इच्छा पूरी नहीं होती तो क्रोध बढ़ता है,
और इच्छा पूरी होती है तो लोभ बढ़ता है ,
इसलिए जीवन की हर स्थिति में धैर्य
बनाये रखना ही श्रेष्ठता है …
कभी कभी हमारे जीवन में ऐसे पल भी आते है जब हम टुकडो में जी रहे होते है, दिशाहीन और बिना लक्ष्य की ज़िन्दगी | ऐसा लगता है कि खुद के ऊपर कोई नियंत्रण ही नहीं है | हमारे अन्दर नकारात्मक विचारों का समावेश हो चूका है |
जिसे कभी हम बहुत प्यार करते थे उसकी सूरत से भी नफरत हो जाती है | अचानक जिंदगी गहरी खाई में डूबती नज़र आती है |
एक समय मैं भी ऐसी ही मनःस्थिति से गुज़र रहा था, तभी मुझे puri sea beach पर जाने का मौका मिला |
दरअसल उन दिनों मेरी पोस्टिंग Cuttack शाखा में थी और ब्रांच की ऑडिट करने हेतु ऑडिटर साहब आये हुए थे | मैं व्यक्तिगत समस्याओं से परेशान रहने के बाबजूद , किसी तरह उनको भी झेल रहा था |
शाखा में आये हुए ऑडिटर हमारे मेहमान होते है इसलिए उनके हर इच्छा का ख्याल रखना…
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वाह ! पढ़कर ऐसा लगा कि मैं स्वयं पुरी तट पर पहुंच गया। 👌
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बहुत बहुत धन्यवाद |
आपके शब्द मेरा हौसला बढ़ाते है |
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😊
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समुंदर के किनारे बहुत अच्छा लगता है
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समुन्दर हो या पहाड़ , प्रकृति के पास हमें अच्छा लगता ही है ..
जब कभी भी मौका मिलता है , मैं जाने की कोशिश करता हूँ |
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Good
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Thank you..
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