# सागर किनारे एक शाम #

इच्छा पूरी नहीं होती तो क्रोध बढ़ता है,
और इच्छा पूरी होती है तो लोभ बढ़ता है ,
इसलिए जीवन की हर स्थिति में धैर्य
बनाये रखना ही श्रेष्ठता है …

Retiredकलम

कभी कभी हमारे जीवन में ऐसे पल भी आते है जब हम टुकडो में जी रहे होते है, दिशाहीन और बिना लक्ष्य की ज़िन्दगी | ऐसा लगता है कि खुद के ऊपर कोई नियंत्रण ही नहीं है | हमारे अन्दर नकारात्मक विचारों का समावेश हो चूका है |

जिसे कभी हम बहुत प्यार करते थे उसकी सूरत से भी नफरत हो जाती है | अचानक जिंदगी गहरी खाई में डूबती नज़र आती है |

एक समय मैं भी ऐसी ही मनःस्थिति से गुज़र रहा था, तभी मुझे puri sea beach पर जाने का मौका मिला |

दरअसल उन दिनों मेरी पोस्टिंग Cuttack शाखा में थी और ब्रांच की ऑडिट करने हेतु ऑडिटर साहब आये हुए थे | मैं व्यक्तिगत समस्याओं से परेशान रहने के बाबजूद , किसी तरह उनको भी झेल रहा था |

शाखा में आये हुए ऑडिटर हमारे मेहमान होते है इसलिए उनके हर इच्छा का ख्याल रखना…

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7 replies

  1. वाह ! पढ़कर ऐसा लगा कि मैं स्वयं पुरी तट पर पहुंच गया। 👌

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  2. समुंदर के किनारे बहुत अच्छा लगता है

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