जब आप अपनी चिंता को आस्था में परिवर्तित कर देते हैं ,
तब ईश्वर भी आपके संघर्ष को आशीर्वाद में बदल देते है ..

वक़्त से लड़ कर जो
अपना नसीब बदल दे ,
इंसान वही जो अपनी
तकदीर बदल दे ,
क्या होगा कल
कभी मत सोचो
क्या पता कल वक़्त खुद
अपनी लकीर बदल दे…
बड़े भाई की हकीकत सुनकर मैं भी अंदर से काँप गया | मैं सोचने पर मजबूर हो गया कि इंसान की ज़िन्दगी क्या इतनी सस्ती हो गयी है |
मुझे तो महसूस होता है कि सस्ती तो है ही अनिश्चित भी हो गयी है |
तभी तो आजकल लोग स्वाभाविक मौत कहाँ मर रहे है | या तो प्राकृतिक आपदा के कारण या फिर कोई ना कोई बीमारी के करना ज़िन्दगी समाप्त हो रही है |
अभी अभी ट्रेन ने पंद्रह मजदूरों को पलक झपकते ही छोटे छोटे मांस के लोथड़ो में बदल दिया, जब वो सो रहे थे | उसके साथ साथ और कितनी जिंदगियां भी बर्बाद हो गई, उसके परिवार का अब क्या…
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