दुनिया की हर चीज़ ठोकर लगने से टूट जाती है,
एक कामयाबी ही है, जो ठोकर खाकर ही मिलती है …

सुबह का समय था | संदीप चाय पीते हुए सरसरी निगाह से आज का अखबार भी पढ़ रहा था |
अचानक अखबार के कोने पर छपी विज्ञापन पर उसकी नज़र ठहर गयी | उसने देखा कि एक बड़ी कंपनी ने vacancy की संक्षिप्त विज्ञापन दे रखी है |
विज्ञापन देख कर वह मन ही मन खुश हो गया और वह बड़े ध्यान से उसे पढने लगा | उसमे चाही गयी अनिवार्य योग्यता तो थी पर वांछित योग्यता यानि “अनुभव” उसके पास नहीं था |
एक मुसीबत और भी दिखाई देने लगी थी और वो यह कि आज ही दो बजे दिन में वाकिंग इंटरव्यू के लिए लोगो को आमंत्रित किया गया था | उसने घडी पर नज़रें दौड़ाई, अब सिर्फ चार घंटे ही बचे थे वहाँ पहुँचने के लिए |
हालाँकि यह तो बिलकुल पास के शहर में ही है, जहाँ बस के द्वारा दो घंटे में ही पहुँचा जा…
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