कोई कहता है , रिश्ते नशा बन जाते है ,
कोई कहता है, रिश्ते सजा बन जाते है
पर रिश्ते निभाओ सच्चे दिल से तो…
वे रिश्ते…जीने की वजह बन जाते है…Be happy….Be healthy….Be alive…

अपने वसूल कुछ ऐसे भी तोड़ने पड़े मुझे
जहाँ मेरी गलती नहीं थी,
वहाँ भी हाथ जोड़ने पड़े मुझे …
इंसानियत के दुश्मन
अगर वो केस करता है तो हमें अपना बचाव तो करना ही होगा, इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है हमारे पास . ..वकील साहब राजेश्वर को समझाते हुए बोल रहे थे |
एक विकल्प तो है वकील साहब …राजेश्वर मन ही मन बुदबुदाया |
मैं अपने भाई के पास जाऊंगा और उससे बात करूँगा | आखिर वो छोटा भाई है मेरा | मुझे देखते ही उसका मन अवश्य पसीज जाएगा |
और वो वकील साहब के ऑफिस से उठ कर वापस दूकान पर आ गया |
दूकान पर आकर बैठा ही था कि कालू चाय लेकर आया और राजेश्वर को देते हुआ पूछा ..वकील बाबु ने क्या कहा ?
उनका कहना है कि अगर दिनेश केस करता है तो केस लड़ने के अलावा कोई विकल्प…
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