खुश मन और खुश चेहरा …यही जीवन की सम्पति है….
इसलिए सदा मुस्कुराते रहो….मस्त रहो…

ज़िन्दगी के कुछ फैसले बहुत सख्त होते है ,
और यही फैसले ज़िन्दगी का रुख बदल देते है ..
राजेश्वर दनदनाता हुआ वकील साहब के चैम्बर में घुस गया | वैसे उसकी वकील साहब से पुरानी जान पहचान थी | वकील साहब किसी केस के फाइल में उलझे हुए थे |
अचानक राजेश्वर को सामने देख कर वो बोले …,बहुत दिनों बाद इधर आये राजेश्वर जी, कोई ज़रूरी काम है क्या ?
राजेश्वर की कचहरी के परिसर में ही चाय और नास्ते की दूकान है और वकील साहब अपने स्टाफ और मुवक्किल के लिए चाय एंड नास्ता उन्ही की दूकान से मंगाते है |
राजेश्वर ईमानदार और कुछ पढ़ा भी लिखा था और ग्राहक को कैसे संतुस्ट किया जाए वो भली भांति जानता था | इसलिए उसके दूकान पर तो भीड़ लगी रहती थी |
हाँ वकील साहब, मुझे आप से एक बहुत ज़रूरी बात करनी है | आज…
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