# हँसते ज़ख्म #…23

चुप चुप सी मोहब्बत में नकाब हजारों हैं …. बात नहीं होती तो क्या हुआ , खामोशियों में ज़बाब हजारों हैं दुनिया की नज़र में अजनबी हो तुम , मगर दरमियाँ अपने हिसाब हजारों है | … मेरी जीप गाँव … Continue reading # हँसते ज़ख्म #…23