# एक सजा और सही #…21

इलायची की महक ओढ़े अदरक का श्रृंगार करके सजी थी, केतली की दहलीज़ से निकल कर प्याली की डोली में वो बैठी थी इस भागते हुए वक़्त पर…. कैसे लगाम लगाया जाए ऐ वक़्त …तू  बैठ इधर , तुझे एक … Continue reading # एक सजा और सही #…21