# जीवन की सच्चाई #

हमलोग कई सारे सपने देखते है | कुछ तो सच हो जाते है और कुछ नहीं भी | फिर भी ज़िन्दगी तो अपने रफ़्तार से ही चलती रहती है |

कभी कभी हम अपने जीवन के बारे में सोचते  कुछ है…और हो कुछ और जाता है |

कहते है ना कि…

ज़िन्दगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी /

मौत मेहबुबा है अपने साथ ले कर जाएगी //

आज सचमुच मैं बहुत ही दुखी हूँ | एक ऐसा खबर… जिसे सुनकर मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है | वो हमारे बहुत ही करीबी मित्र जिनके साथ बरसों अपने बैंक में साथ साथ काम किया और साथ साथ ही रिटायर भी हुए |

बड़ा ही हंसमुख और मस्त मौला इंसान था | अभी कुछ दिनों पूर्व ही विवेकानंद रोड ब्रांच में उनसे मुलाकात हुई थी, …बहुत सारी बातें हुई थी |

अभी ज्यादा दिन कहाँ हुए थे रिटायरमेंट के |   हाँ, बच्चे सब अपनी अपनी जगह  सेटल कर गए थे, कोई लायबिलिटी भी नहीं थी |

रिटायरमेंट पर भी sufficient पैसे मिल गए थे और साथ साथ पेंशन भी था |

अब तो ज़िन्दगी को झक्कास जीना है शायद ऐसा सोच के रखा था उसने |

आगे की  ज़िन्दगी, अब अपने हिसाब से जीना है,… ना ऑफिस का tension ना बच्चो के  परवरिश की  चिंता, |  सब लोग अपनी अपनी जगह सेटल कर गए है \

अब तो बस अपनी आधी – अधूरी शौक को पूरा करने का समय आ गया था |

लेकिन यह क्या हो गया, आगे की  ज़िन्दगी की  planning सब वैसे की  वैसे रह गई और एक  जानलेवा COVID -19  की  चपेट में क्या आया, उसे अपने आप को सँभालने का मौका ही नहीं मिला |

देखते हीं देखते  best Treatment  और इंतज़ाम के वावजूद वह दुनिया को अलविदा कह दिया |

यह सत्य है कि हमारे जन्म से मृत्यू की  कालावधि ही जीवन कहलाती है जो कि हमें इश्वर द्वारा दिया गया एक वरदान है |

लेकिन ईश्वर यह नहीं बतलाता है कि कालावधि की  मियाद कितनी है |

मैं ने अपने दिल को  समझाने की  बहुत कोशिश की | ज़िन्दगी है बस यूँ ही चलती जाती है |

बेवजह परेशान होने की  ज़रुरत नहीं है | हम उस स्थिति को सोच कर परेशान क्यों है.. जो सच में हमारे सामने आया ही नहीं |

भगवान की पोटली में चने के अनेक दाने है जिसे वो धीरे धीरे खा रहे है, पता नहीं उस दाने का number कब आ जाए जिसपर मेरा नाम लिखा है |

इसलिए जब तक है जान …जाने जहाँ …मैं मस्ती में झुमुंगा |  

हमें तो  जीवन को सुखमय बनाने के लिए हर पल को मस्त रह कर जीना होगा |…

जी हाँ , करोना को हराना होगा | …

यह घटना बस एक ही बात सिखाता हैं आप जैसा सोचते है ज़िन्दगी वैसे नहीं चलती, वो तो  अपने हिसाब से ही चलती है |

इसीलिए अपनी ये कोशिश होनी चाहिए कि चाहे परिस्थिति कुछ भी रहे, उसमे best option का इस्तेमाल करे |

अपनी उस तकलीफ को ही ताकत बना कर सफलता की  सीधी चढ़ना होगा | …

क्योंकि चलते रहना ही ज़िन्दगी है… रुकना है मौत की  निशानी …||

बस चलता  जाता है

नित्य रोज़ हमें हंसाता ..रुलाता

ज़िन्दगी है… बस चलता जाता है

एक धुंध से निकल.. उजाले की ओर

रोज़ नित  नए.. सपने बुनता जाता है

हौसला  देता है …  वो उड़ता    पंछी

हर सुबह  जो  तिनके   लेकर  जाता है

ऐसा लगता मानो   सूरज से मिलकर

वह  प्रेम प्रकाश  ले आता है..

कभी रुका नही.. ना रुक सकता है

जीवन है …बस चलता जाता है..

जो आज है.. वो   कल  क्या होगा

ये   राज़ तो   ..समय  ही  बतलाता है

सच..  जीवन   यूँ  ही चलता जाता है।

……………बस…चलता जाता है …..

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Categories: मेरे संस्मरण, infotainment

11 replies

  1. Very nice

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  2. V nice sir ji
    Gd morning have a nice day sir ji

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  3. I share your feelings, feel sad for departing soul

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  4. yes, this is very unfortunate ..

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  5. Reblogged this on Retiredकलम and commented:

    हँसते रहोगे तो दुनिया साथ है,
    वरना आँसुओं को तो आँखों में भी
    जगह नहीं मिलती ….

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